सिरसा। हरियाणा के विधानसभा चुनावों से ऐन पहले पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के परिवार की एकता के लिए अब खाप पंचायतें आगे आई हैं।
पिछले साल चौटाला परिवार में पड़ी फूट और अजय चौटाला गुट के इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से अलग होकर जननायक जनता पार्टी (जजपा) बनाने से बदले राजनीतिक परिदृश्य में परिवार को एक करने के प्रयासों की कड़ी में आज खाप पंचायत प्रतिनिधि सिरसा जिले के गांव चौटाला पहुंचे और ग्रामवासियों के साथ बैठक कर सहयोग की अपील की।
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हरियाणा स्वाभिमान आंदाेलन के अध्यक्ष रमेश दलाल की इस पहल को ग्रामीणों के एक तबके ने समर्थन दिया है। इस अवसर पर दलाल ने कहा कि 1987 में चौधरी देवीलाल ने पहले हरियाणा में महागठबंधन बनाया व उसके बाद देश में सभी विपक्षी दलों को एकता के सूत्र में पिरोकर देश की राजनीतिक दशा को बदलने का काम किया। समूचे विपक्ष ने उनके सिर पर प्रधानमंत्री का ताज पहनाया मगर उन्होंने बड़पन्न का परिचय देते हुए वीपी सिंह के सिर ताज रख दिया था।
दलाल ने कहा कि राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के कारण चौटाला परिवार में एकजुटता करने में विलंब हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में डॉ. अजय चौटाला पैरोल पर बाहर आ कर अपना निर्णय स्पष्ट करें तथा अगर किसी कारण से उनके बाहर आने में कोई विलंब हो रहा हो तो दुष्यंत चौटाला उनसे बात करके, पंचायत को आगे बढ़ने के लिए अधिकृत करें। इस दौरान उनके साथ विभिन्न खापों के प्रतिनिधि रामकुमार, पूर्ण राम, प्रकाश चंद, धर्मपाल, राकेश विनोद आदि भी थे।
दलाल ने इस दौरान पत्रकारों को बताया कि उन्होंने इस संदर्भ में दुष्यंत चौटाला को पत्र लिखा था जिसका जवाब उन्हें मिल गया है। उन्होंने कहा कि दुष्यंत ने उनके प्रयासों की सराहना की है तथा कहा है कि अजय चौटाला पैरोल पर बाहर आने के बाद अपना पक्ष रखेंगे।
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संभव है कि अजय चौटाला भाई ओम प्रकाश चौटाला व पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से चर्चा करें। पिछले माह अर्जुन चौटाला की सगाई के दौरान बादल ने चौटाला परिवार के एक होने की बात कही थी।
दलाल के अनुसार खाप पंचायतों ने दोनों परिवारों को एक करने के लिए इनेलो जजपा विलय या फिर दोनों में गठबंधन का फार्मूला तैयार किया। उन्होंने कहा कि प्रयास होगा कि ताऊ देवीलाल की 25 सिंतबर को जंयती के अवसर पर परिवार को एकजुट किया जाए। दलाल ने कहा कि अगर चौटाला परिवार एक नहीं हुआ तो नुकसान चौटाला परिवार का ही नहीं हरियाणा प्रदेश का भी होगा।
उन्होंने हरियाणा में महागठबंधन के सवाल पर कहा कि वह पिछले महीने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अभय चौटाला,अजय चौटाला व दीपेंद्र हुड्डा से मिले हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा को मनोहर लाल खट्टर शासन से मुक्त करवाना अत्यंत लाजमी है क्योंकि खट्टर सरकार के कारण प्रदेश में किसान, मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी परेशान हैं।
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