जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना का इलाज करने के लिए रेमडेसीविर दवा का प्रयोग करना ठीक नहीं है और यह मायने नहीं रखता कि उनकी बीमारी कितनी गंभीर है और सर्वाइवल के चांस पर भी यह प्रभावी नहीं है।
डब्लूएचओ की गाइडलाइन डेवेलपमेंट ग्रुप के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के समूह ने कहा है कि हाल ही के डेटा से ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है, जिससे सिद्ध होता हो कि मरीज के स्वास्थ्य पर इसका कोई असर होता है।
अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य देशों ने आंतरिक अनुसंधान के आधार पर रेमडेसीविर दवा के प्रयोग को अस्थायी अनुमति देते हुए कहा है कि यह कोरोना के मरीज के रिकवरी के समय को कम करने में मदद कर सकती है।
डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें अन्य दवाइयों के साथ रेमडेसीविर दवा भी दी गई थी। उल्लेखनीय है कि कोरोना से संक्रमित अस्पतालों में भर्ती 7000 मरीजों पर 4 अंतरराष्ट्रीय रैन्डमाइस्ड ट्रायल होने के आधार पर डब्लूएचओ ने रिकंमेंडेशन दी हैं।
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