मॉस्को। द रशियन सॉवरेन वेल्थ फंड (आरडीआईएफ) और भारत की फार्मा कंपनी हेटेरो हर साल रूस के कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी के 100 मिलियन से अधिक डोज का भारत में उत्पादन करने के लिए तैयार हो गए हैं। स्पूतनिक वी के ट्विटर एकाउंट से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई है। द रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड और हेटेरो का साल 2021 की शुरुआत में इसके उत्पादन की शुरुआत का इरादा है।
दरअसल, रूस ऐसा पहला देश है, जिसने सबसे पहले अगस्त के महीने में अपने कोरोना वैक्सीन को पंजीकृत कराया। रूस की हेल्थ केयर मिनिस्ट्री (स्वास्थ्य मंत्रालय) ने गामाल्या नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपीडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के साथ मिलकर इसे विकसित किया है।
आरडीआईएफ की सीईओ कीरिल दिमित्रीव ने बताया कि हेटेरो और आरडीआईएफ के बीच हुए एग्रीमेंट से सुरक्षित और प्रभावी स्पूतनिक वी वैक्सीन के भारत में उत्पादन का मार्ग खुल जाएगा।
उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि स्पूतनिक वी कोरोना वैक्सीन कोरोना से लड़ने और लोगों को इससे सुरक्षित रखने में सुरक्षित साबित होगा।
उल्लेखनीय है कि वैक्सीन के आंतरिक ट्रायल में पहली डोज के 42 दिन के बाद इसके 95 प्रतिशत प्रभावी होने का पता लगा है।
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