लंदन। स्वीडिश-ब्रटिश बायोटेक फर्म एस्ट्राजेनेका की ओर से सोमवार को घोषणा की गई कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ उनके सहयोग से बनाई गई वैक्सीन कोवीशील्ड कोरोना मरीजों पर 70 प्रतिशत प्रभावी है। कंपनी की ओर से जानकारी दी गई कि अंतरिम विश्लेषण में कोरोना संक्रमण के कुल 131 मामले दर्ज हुए पर उनमें से किसी को गंभीर बीमारी और अस्पताल लेकर जाने की जरूरत नहीं पड़ी।
कंपनी के सीईओ पास्कल सोरिओट ने वैक्सीन की प्रभाविकता और सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए बताया कि यह वैक्सीन कोरोना के खिलाफ अधिक प्रभावी है और इस पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी पर इसका तत्काल प्रभाव है।एजीनोवायरस से बनाई गई इस वैक्सीन को 2-8 डिग्री सेल्सियस में रखा जा सकता है। इसके अलावी पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इसके उत्पादन में सहयोगी हैं। यह संभवत: पहली वैक्सीन होगी जो भारत में उपलब्ध होगी।
कंपनी की ओर से जानकारी दी गई है कि 2,741 वॉलंटियर्स पर 90 प्रतिशत प्रभाविकता दिखी। इन्हें वैक्सीन की पहले हाफ डोज और फिर फुल डोज दी गई। दोनों डोज के विश्लेषण से यह पता लगा कि यह वैक्सीन कोरोना मरीजों पर 70 प्रतिशत प्रभावी है।
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