नई दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के केमिस्ट्री विभाग के प्रो. इमरान अली ने एक बार फिर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया। अमेरिका के क्लैरिवेट पीएलसी ने जारी ‘हाइली साइटेड रिसचर्स‘ (एचसीआर) 2020 की अपनी प्रतिष्ठित सूची में उनका नाम शामिल किया है।
जामिया की कुलपति, प्रो नजमा अख्तर ने, प्रो अली को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी। अपने बधाई संदेश में कहा, इस प्रतिष्ठत सूची में न सिर्फ आपका नाम देखकर मुझे खुशी हुई है, बल्कि आपकी वजह से जामिया मिल्लिया इस्लामिया का नाम भी दुनिया के बेहतरीन संस्थानों और विश्वविद्यालयों में शामिल हुआ है।
जामिया के प्रवक्ता अहमद अज़ीम ने कहा, एचसीआर उन शोधकर्ताओं को अपनी इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल करता है, जिनका पिछले दशक के दौरान, उनके अध्ययन के क्षेत्र में किए गए कार्यों का दुनिया की कई जानी-मानी विज्ञान पत्रिकाओं में प्रकाशन हुआ है। क्लैरिवेट के मुताबिक इस सूची में उन शोधकर्ताओं को शामिल किया जाता है, जो ऐसे शीर्ष एक प्रतिशत में शामिल हैं, जिनके शोध कार्य वेब ऑफ साइंस साइटेशन इंडेक्स में छपे हों। इस साल की ‘‘हू इज़ हू‘‘ सूची में 60 देशों के 6,167 शोधकर्ताओं के नाम शामिल हैं, जिनमें 26 नोबेल पुरस्कार विजेता हैं।
प्रो इमरान अली, गूगल साइटेशन में ऐसे सबसे गुंजायमान और सक्रिय प्रोफेसर में से एक हैं, जिनके शोध कार्यों को बार-बार देखा जाता है। उनका वैज्ञानिक प्रोफ़ाइल बहुत ही आला दर्जे का है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी बहुत प्रतिष्ठा है। वह मुख्यतः मल्टीडिसिप्लिनरी रिसर्च में अनुसंधान करते हैं, जिनमें इन्वायरमेंट, अनालिटिकल, आर्गेनिक और वाटर केमिस्ट्री पर उनका खास ज़ोर है। फार्मास्युटिकल और एक्सनोबायोटिक्स विश्लेषण पर भी उनके खास अनुसंधान हैं।
वह क्रोमैटोग्राफी और कैपिलरी इलेक्टोफोरेसिस के क्षेत्र में भारत में एक अग्रणी शोधकर्ता हैं। वह एक विश्वस्तर के मान्यता प्राप्त शिक्षाविद् और शोधकर्ता हैं। उनके शोधकार्यों के 450 से ज़्यादा प्रकाशन हैं, जिनमें कई पेटंट, किताबें, तकनीकी रिपोर्ट और सम्मेलनों में दी गई प्रस्तुतियों शामिल हैं।