चंडीगढ़। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली सीमा में डेरा जमाए किसानों पर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है। किसानों के जमावड़े को देखते हुए प्रदेश सरकार अलर्ट हो गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोनीपत के नजदीक सिंघू बार्डर और झज्जर के टीकरी बार्डर पर चिकित्सकों की टीम किसानों के बीच पहुंच चुकी है। सोनीपत में 10 एंबुलेंस और चिकित्सकों की टीम ने 1100 किसानों की थर्मल स्कैनिंग की। इसके साथ ही 6770 मास्क, 4162 दवाइयां और 1480 इम्युनिटी बूस्ट करने की दवा बांटी गई। इसी प्रकार झज्जर के बहादुरगढ़ में 863 किसानों की जांच कर उपचार किया गया।
पिछले 24 घंटो में 2120 मरीज कोरोना को हराकर घर लौटे जबकि 27 मरीज कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। वहीं 1604 नए संक्रमित मिले ने एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 18 हजार 362 पर पहुंच गई।
सोमवार को गुरुग्राम में 494, फरीदाबाद में 338, हिसार में 102 और सोनीपत में 110 तो सबसे कम नूंह में दो और चरखी दादरी में 13 मरीज मिले। फरीदाबाद में आठ, हिसार, गुरुग्राम और भिवानी में चार-चार, पानीपत में तीन और रोहतक में दो तथा अंबाला व फतेहाबाद में एक-एक मरीज की मौत हो गई। 432 मरीजों की हालत गंभीर है जिनमें 376 मरीज ऑक्सीजन और 56 वेंटिलेटर पर हैं।
प्रदेश में अब तक दो लाख 34 हजार 126 लोग संक्रमित हुए हैं जिनमें से दो लाख 13 हजार 336 मरीज कोरोना को हराकर घर लौट चुके हैं। प्रदेश में पॉजिटिव रेट 6.71 फीसद है जबकि रिकवरी रेट 91.12 है। 67 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं। प्रत्येक दस लाख लोगों में एक लाख 40 हजार 889 के कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। कोरोना से 2428 (पुरुष 1656 व महिला 771) मौतों से मृत्युदर 1.04 फीसद पर पहुंच गई है।
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