नई दिल्ली। केंद्र से पारित तीन कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के बीच राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के एक और घटक दल ने भी नाखुशी जाहिर की है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिख तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है।
राजस्थान के नागौर से लोकसभा सांसद व राजग के घटक आरएलपी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने सोमवार को शाह को पत्र लिख संसद से पारित तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है।
शाह को लिखे पत्र में बेनीवाल ने कहा, “केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में लाये गये कृषि से सम्बन्धित तीन बिलों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन की तरफ आपका ध्यान आकर्षित करते हुए अनुरोध है कि उक्त बिलों को वापिस लेने हेतु आप तत्काल कार्यवाही करें चूंकि भीषण सर्दी व कोरोना काल में देश का अन्नदाता आंदोलन कर रहा है जो शासन के लिए शोभनीय नहीं है।”
बेनीवाल ने अपने पत्र में आगे कहा, “आंदोलित किसानों से वार्ता के लिए दिल्ली में उनकी मंशा के अनुरूप उचित स्थान दिया जाये व उक्त तीनों बिलों को वापिस लेते हुए किसान हित में स्वामीनाथन आयोग की सम्पूर्ण सिफारिशों को लागू किया जाये। उक्त मामले को लेकर त्वरित प्रभाव से निर्णय नहीं लिया गया तो यद्यपि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी जो एनडीए के घटक दल का हिस्सा है परन्तु किसान हित को मध्यनजर रखते हुए एनडीए के साथ गठबंधन रखने के निर्णय पर पार्टी द्वारा पुनर्विचार किया जायेगा क्योंकि किसान व जवान ही आरएलपी की ताकत है ।”
उल्लेखनीय है कि आरएलपी से पहले राजग के घटक शिरोणणि अकाली दल (शिअद) ने भी कृषि कानूनों पर विरोध जताया था। मोदी मंत्रिमंडल में शामिल रहीं हरसिमरत कौर ने पद से इस्तीफा दे दिया था।
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