चंडीगढ़। कृषि कानूनों के विरोध में अन्नदाता पिछले 24 घंटे से दिल्ली के सिंधु व टीकरी बार्डर पर डटे हुए हैं। किसानों के धरने से दोनों बार्डरों को बंद कर दिया गया है। किसानों की हर गतिविधि पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है।
हरियाणा-पंजाब सीमा को लांघने के आरोप में सिरसा में 12 हजार किसानों पर केस दर्ज किया गया है, वहीं करनाल में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी सहित दर्जनों किसानों पर धारा-144 तोड़ने के साथ सरकारी काम में बाधा डालने और बेरिकेडिंग तोड़ने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। साथ ही दिल्ली कूच के दौरान किसानों पर पानी की बौछारों व आंसू गैस का इस्तेमाल करने को लेकर सियासत थम नहीं रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दावा किया है कि किसानों के मुद्दे पर उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र को कई बार फोन मिलाया, लेकिन वे बात करने के लिए लाइन पर नहीं आए।
वही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बड़ा दावा किया है कि, कि हरियाणा के किसानों ने इस आंदोलन में भाग नहीं लिया। आंदोलन में भाग न लेने पर मुख्यमंत्री ने किसानों का आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन मुख्य रूप से पंजाब के राजनीतिक दल तथा वहां के कुछ संगठनों द्वारा प्रायोजित है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दावा किया कि उन्होंने आंदोलन को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से तीन दिन के दौरान कई बार बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने बातचीत नहीं की। उन्होंने कहा कि किसान के नाम पर जो राजनीतिक रोटियां सेकने का काम किया जा रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय भी है
बता दे कि ,शनिवार को दिन भर कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का दिल्ली कूच जारी रहा तो दिल्ली में पड़ाव डाल चुके किसान सिंधु और टीकरी बार्डर पर डटे रहे। किसानों के धरने से राष्ट्रीय राजमार्ग पर 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। एतियात के तौर पर सोनीपत जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पेट्रोल पंप व शराब के ठेकों को बंद कर दिया। वहीं राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा टीकरी बार्डर पर किसानों को समर्थन देने पहुंचे। पंजाब के मशहूर गायक बब्बू मान भी किसानों के समर्थन में सिंधु बार्डर पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को एकजुट होने का आह्वान किया।
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