नई दिल्ली। भारत सरकार ने भले ही स्कूलों को चरणबद्ध ढंग से खोलने की इजाजत प्रदान कर दी हो, माता-पिता से लेकर अध्यापकों तक अभी इससे हिचक रहे हैं। कुछ राज्यों ने स्कूल न ही खोलने का निर्णय लिया था।
बता दें कि यूपी, असम, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र में कुछ ही दिन पहले स्कूल खुले हैं जबकि हरियाणा एवं उत्तराखंड ने स्कूल खोलने के बाद बंद कर दिए। कोरोना फैलने का खतरा बना हुआ है, ऐसे में राज्य सरकारें कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है। स्कूल मैनेजमेंट भी अभी बच्चों को न बुलाने के पक्ष में है।
महाराष्ट्र ने इसी सप्ताह से स्कूल खोले हैं। हालांकि बीएमसी के दायरे में आने वाले स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रहेंगे। इसके सिवा यूपी, आंध्र प्रदेश और असम में भी स्कूल खोले गए हैं। असम में जहां केवल 6 से 12वीं कक्षा के स्कूल खुले हैं, वहीं बाकी जगह कक्षा 9 से 12वीं कक्षा के स्कूल खुले हैं।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्कूल खोले थे किन्तु कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होने पर बंद कर दिए। हिमाचल में अब 31 दिसंबर तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं। गुजरात के भी कुछ जिलों में स्कूल खुले थे मगर कोरोना के मामले बढ़े तो बंद कर दिए गए।
दिल्ली, पश्चिम बंगाल सहित भारत के अनेक राज्यों ने स्कूल बंद ही रखे हैं। दिल्ली के डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन आने तक स्कूल खुलने की संभावना कम ही है। राजस्थान में भी स्कूल बंद हैं। गुजरात, मध्य प्रदेश, हिमाचल, पंजाब एवं राजस्थान में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है।
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