डेस्क। आपने कभी देखा होगा त्वचा पर चोट लगने से नील के निशान पड़ जाते हैं। कई बार तो नील के निशान महीनों तक जमे रहते हैं और सबसे जरूरी सवाल, क्या आपके शरीर में हर वक्त नील के निशान पड़े रहते हैं? वैसे तो ये नील के निशान चोट लगने की वजह से नजर आते है। वहीं अगर गुम चोट लग जाए या फिर चोट के कारण शरीर पर नीला निशान बन जाए, तो ऐसमें धमनियों से खून निकलकर कोशिकाओं में फैल जाता है, या यूं कहें कि एक जगह पर इकट्ठा हो जाता है। इस वजह से उस जगह नीला निशान बन जाता है, कई बार तो किसी के शरीर के अंगों पर बिना चोट लगे ही नीला निशान बन जाता है, किसी के शरीर पर पड़े अनचाहे नीले निशान हेल्थ के लिए परेशानी का कारण बन सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसा क्यों होता है, क्या ये किसी गंभीर बीमारी का संकेत तो नहीं है।तो आइए बताते हैं आपको अगर शरीर पर नीले रंग का निशान दिखे तो क्या होता है…..
बुढ़ापा आने पर: बुढ़ापा आने पर भी हमारे शरीर के बहुत से अंगों पर नीले निशान बन जाते हैं, क्योंकि बुढ़ापे शरीर की रक्त की धमनियां सूर्य की हानिकारक किरणों को सहन नहीं पाती हैं। इसलिए भी शरीर के अंगों पर नीले निशान बन जाते हैं।

कैंसर और कीमोथेरेपी: कैंसर और कीमोथेरेपी होने की वजह से भी शरीर के बहुत अंगों पर नीले निशान बन जाते हैं, क्योंकि परेशानी होने पर ब्लड प्लेट कम हो जाती हैं और नीला निशान बन जाता है।
भोजन में पोषक तत्वों अल्प मात्रा : आपको बता दें कई बार व्यक्ति के शरीर में मिनरल और विटामिन आपकी चोट के जख्म को सही करने का कार्य करते हैं। लेकिन शरीर के लिए कैल्शियम और विटामिन बहुत जरूरी होता है,वहीं ये चोट को भरने के लिए भी बेहद जरूरी है लेकिन अगर शरीर में विटामिन और कैल्शियम की कमी होती है तो चोट ठीक तरीके से सही नहीं हो पाती है और जख्म भी नहीं भरता है, इस वजह से भी नीला निशान बन जाता है।

मिनरल्स का अधिक उपयोग: शरीर में आयरन की कमी आने से भी शरीर के अंगों पर नीले निशान बन जाते हैं, क्योंकि हमारे शरीर पर लगी चोट के लिए आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्व बेहद जरूरी होते हैं।

डॉक्टरों का कहना है कि शरीर में होने वाले किसी भी परिवर्तन को गंभीरता से लेना चाहिए। आमतौर पर चोट लगने पर त्वचा पर नीले निशान पड़ते हैं, लेकिन अगर ये निशान लंबे समय तक और बार-बार पड़ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
मात्र 220000/- में टोंक रोड जयपुर में प्लॉट 9314188188