डेस्क। हिंदू धर्म के अनुसार शादी से पहले सगाई की जाती है, लड़की और लड़का दोनों पक्ष ही एक दूसरे को अंगूठी पहनाते है। लेकिन कभी आपके दिमाग में ये बात नहीं आई कि आखिर सगाई की अंगूठी हाथ की तीसरी उंगली में ही क्यों पहनी जाती है। किसी ओर उंगली में क्यों नहीं पहनते है। इसके लेकर अपने-अपने मत है। इसके पीछे कारण माना जाता है कि यह उंगूली सीधे आपके दिल से जुड़ी होती है। जिसके कारण इस उंगूली को बेस्ट माना जाता है। जानिए इसके पीछे और क्या वजह है।
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हिंदू धर्म का विश्वास :
ज्योतिष के अनुसार हर उंगुली का इंसान के भाग्य को लेकर अपना महत्व होता है। और अनामिका उंगली संबंधों के भविष्य को प्रभावित करती है। ज्योतिष के अनुसार, अनामिका ग्रह सूर्य से जुड़ा है। सूर्य को राजा के रुप में जाना जाता है सूर्य सफलता और शक्ति का ग्रह है। यदि आप एक अनोखी, अद्भूत और आलौकिक ऊर्जा का अहसास पाना चाहते हैं तो अनामिका उंगली पर अंगूठी पहन सकते हैं। यह आपको हर प्रकार से मजबूती प्रदान करता है।

चीन में मान्यता:
चीन की संस्कृति में माना जाता है कि हाथ की हर उंगली जीवन के हर विशेष रिश्तों का प्रतिनिधित्व करती है। इसके अनुसार तीसरी उंगुली पार्टनर की मानी जाती है। इस कारण इसमें अगूंठी पहनी जाती है। वहीं हाथ की दूसरी उंगली जैसे कि अंगूठा माता-पिता के लिए, तर्जनी भाई-बहनों के लिए, मध्यमा खुद के लिए और कनिष्ठा बच्चों के लिए होती है।

रोम में मान्यता
इस बारें में रोम में बहुत ही पुरानी मान्यता है इसके अनुसार हाथ की तीसरी उंगली यानी कि अनामिका से एक नस सीधे दिल से जुड़ती है। इसी कारण अंगूठी पहनने और पहनाने के लिए यही उंगली अच्छी मानी जाती है। ये सबसे पुरानी और लोकप्रिय मान्यता है। जो आज भी चली आ रही है।