खूंटी। जिले के अड़की प्रखंड की तस्वीर अब बदल रही है। सुदूर व दुर्गम क्षेत्र के लोग एक समय गरीबी व दिग्भ्रमित विचारधारा की दोहरी मार झेलने को मजबूर थे। प्रखंड के दक्षिणी भाग की कुछ पंचायतों यथा तिनतिलाए बोहोंडाए बीरबांकीए कोचांगए तिरला एवं मदहातु के कई गांव मुख्यधारा से नहीं जुड़े थेए जिस कारण लोग सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे थे। ऐसी परिस्थिति में इन ग्रामों में सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने के लिए जिला प्रशासन ने कदम बढ़ाया है। जेएसएलपीएस की टीम ने ऐसे गांवों में अपनी ड्राइव टीम भेजते हुए नए सखी मंडलों के गठन की कवायद शुरू कर दी है।
इस ड्राइव के माध्यम से इन सुदूरवर्ती पंचायतों में अगले 45 दिनों में 100 से अधिक महिला मंडलों के गठन का लक्ष्य रखा गया है। इस कार्य का निर्वहन रनिया प्रखंड से आईं 20 सीआरपी कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन सामाजिक समावेशन टीम की देखरेख में किया जाएगा। शुक्रवार को उक्त टीमों के गांव रवाना होने से पूर्व अनुमंडल पदाधिकारी हेमन्त सती ने अड़की प्रखंड कार्यालय पहुंचकर टीमों का उत्साहवर्धन किया। साथ ही उन्होंने समूह गठन के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को इससे जोड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि सखी मंडल का गठन इन क्षेत्रों के विकास के लिए नींव का काम करेगा। साथ ही अब वहां के निवासी सरकारी योजनाओं से वंचित नहीं रहेंगे।
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