नई दिल्ली। आज हम मगरमच्छ को लेकर बात करे तो आपको ये बता दें कि मगरमच्छ और घड़ियाल भारत के उप-महाद्वीप में पाए जाते हैं। इनकी लंबाई लगभग 13 से 19 फीट तक एवं वजन 300 से 500 किलाग्राम तक होता है।
मात्र 240000/- में टोंक रोड जयपुर में प्लॉट 9314166166

ये हिन्दुस्तान के मीठे पानी के दलदलों, झीलों एवं नदियों में पाए जाते हैं। शिकार को ये पानी में डुबा-डुबाकर इधर-उधर उछालकर टुकड़े-टुकड़े करके सेवन करते है। इनकी जिंदगी लगभग 70 साल तक होता है।
जानिए, मगरमच्छ से कुछ रोचक तथ्य...
- मगरमच्छों के गले के पीछे एक वाल्व होता है जिसकी मदद से वो अपने जबड़े को खोल सकते हैं।
- खारे पानी के मगरमच्छ विश्व के सबसे बड़े सरीसृप हैं। वे 20 फीट 3 इंच तक वृद्धि कर सकते हैं एवं उनका एक टन से ज्यादा वजन भी हो सकता है।

- मगरमच्छों की आयु औसतन कम से कम 30-40 वर्ष एवं |बड़ी प्रजातियों के मामले में औसतन 60-70 वर्ष है। 100 वर्ष से ज्यादा के कुछ व्यक्तियों के दावे हैं, किन्तु इसका समर्थन करने हेतु कोई शक्तिशाली सबूत नहीं है।
- मगरमच्छ के सचमुच में आंसू आते हैं। क्योंकि, भोजन का सेवन करते वक्त वे काफी ज्यादा हवा निगलते हैं, जो लैक्रिमल ग्रंथियों के संपर्क में आती हैं एवं आंसू बहने हेतु मजबूर करती हैं। परन्तु ये सचमुच में रोना नहीं है।
MUST WATCH & SUBSCRIBE
- सबसे छोटी मगरमच्छ, बौनी मगरमच्छ है, जिसकी मध्यम वयस्क लंबाई 4.9 फीट है। इस प्रजाति हेतु अधिकतम दर्ज लंबाई 6.2 फीट है।