बुलंदशहर। हम किस सदी में जी रहे है आज भी रूढ़िवादी पंचायतो का हुकुम खुलेआम चल रहा है और बड़ी बात तो ये है कि लोग उनके कहे अनुसार काम कर रहे है। चाहे वो कहे तो खुद मर जाये या परिवार को मार दें। हम बात कर रहे है यूपी के बुलंदशहर के लोंगा गांव की जहां आज भी पंचो का हुकुम माना जाता है। घटना का पता भी एक वीडियो वायरल होने पर चला जिसपर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने 7 नामजद और एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर उनमे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल मामला स्याना तहसील के लौंगा गांव की है। जहां एक युवक सौदान सिंह ने पंचायत के फरमान पर अपनी पत्नी की बेल्ट और डंडों से सरेआम पिटाई की। यहां तक की महिला के साथ बहुत ही शर्मनाक और अमानवीय क्रत्य किया गया। घटना का भी एक वीडियो वायरल होने पर पता चला जिसमे कई लोग महिला की पिटाई होते देख रहे हैं लेकिन कोई भी उनकी मदद को आगे नहीं आया। महिला के हाथ एक पेड़ से बंधे हैं और पति उसे पीटते हुए कह रहा है 'अब भाग के दिखा।'
पीड़ित महिला का कहना है कि, वह उसके पड़ोसी धर्मेंद्र लोधी के साथ गई थी। पांच दिन बाद ही 10 मार्च को कुछ लोग उसे जबरन गांव वापस ले आए। गांव में पंचायत ने उसे सजा सुनाई की पति उसे लोगों के सामने पेड़ से बांधकर पीटेगा। जिसके बाद सौदान सिंह ने उसे सबके सामने सुबह 7 बजे पेड़ से बांधा और पीटना शुरू कर दिया। उसे दोपहर 2 बजे तक बेल्ट और लाठी से पीटा गया। पिटाई के बाद कुछ लोग उसके घर के अंदर आए और उसका शोषण किया। उन्होंने उसे वेश्या बताया। उसे धमकी दी गई कि अगर किसी से कुछ कहा तो वह उन्हें जान से मार देंगे।
कोतवाली पुलिस ने नामजद तीन आरोपितों पूर्व प्रधान शेर¨सह व उसके पुत्र श्रवण और महिला के पति शौदान को गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली प्रभारी अल्ताफ अंसारी का कहना है कि महिला की तहरीर पर गुरुवार को मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण कराया जा रहा है। मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराए जाएंगे।